नोट- छतीसगढ़ सरकार ने हाल ही में महत्वपूर्ण तीज-त्यौहार पर सार्वजानिक अवकाश की घोषणा की है
1. हरेली 2. तीजा 3. कबीर जयंती सार्वजनि 4. विश्व आदिवासी दिवस 5. छठ 6.भाई दूज
1. चैत्र माह
- शुक्ल पक्ष नवमी – रामनवमी । ( डभरा में मेला लगता है ।)
- सरगुजा क्षेत्र में सरहुल त्यौहार
- बस्तर क्षेत्र में माटी त्यौहार
- गोबर बोहरानी
- चेत्रई पर्व
2. बैसाख माह
- शुक्ल पक्ष तृतीया (21 अप्रैल)
- (अक्षय/अक्ती) तृतीया किसानों द्वारा बीज बोआई का शुभारंभ।
- पुतरा पुतरी विवाह
- अरवा तीज
3. ज्येष्ठ माह
- गंगा दशहरा (शुक्ल पक्ष दशमी)
- भीमा जात्रा
4. आषाढ माह
- शुक्ल पक्ष द्वितीया – रथ यात्रा
- गाँचा पर्व (जगदलपुर)
- आषाढ़ के प्रथम दिवस पर सांस्कृतिक आयोजन मेघदूत ग्रंथ से संबंधित है।
- बीज बोहनी पर्व
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5. सावन माह
- अमावस्या – हरेली पूजा।
- शुक्ल पक्ष पंचमी – नाग्पच्मी
- शुक्ल पक्ष नवमी – कजरी त्यौहार
- पूर्णिमा – रक्षाबंधन
6. माद माह
- कृष्ण पक्ष प्रथमा – भोजली विसर्जन ।
- कृष्ण पक्ष चतुर्थी – बहुराचौया (इस दिन मातायें अपनी पुत्र की रक्षा हेतु चंद्रमा होने तक श्रीगणेश की व्रत रखती है।
- कृष्ण पक्ष पष्ठी – हलपक्षी (माँ द्वारा पुत्र की दीर्घायु हेतु
- कृष्ण पक्ष अष्टमी – जन्माष्टमी (रायगढ़ में मेला लगता है।)
- अमावस्या – पोला (बैल की पूजा)
- शुक्ल पक्ष तृतीया -तीजा (हरितालिका)
- शुक्ल पक्ष चतुर्थी -गणेश चतुर्थी
- पूर्णिमा -नावाखाई
7. कुवांर माह
- कृष्ण पक्ष – पितर पक्ष
- आश्विन – अष्टमी पितृपक्ष बेटा जूतियों
- शुक्ल पक्ष 1-9 तक – नवरात्रि (जोत-जवारा मनाया जाता है)
- शुक्ल पक्ष दशमी – विजय दशमी
- पूर्णिमा – शरद पूर्णिमा
8. कार्तिक माह
- कृष्ण पक्ष तेरस – धनतेरस
- कृष्ण पक्ष चौदस – नरक चौदस
- अमावस्या – दीपावली
- शुक्ल पक्ष प्रथमा – गोवर्धन पूजा बस्तर अंचल में दियारी त्यौहार फसल की पूजा कर मनाया जा
- शुक्ल पक्ष द्वितीया -भाई दूज
- शुक्ल पक्ष नवमी – आंवला पूजा
- शुक्ल पक्ष एकादशी- देवउठनी एकादशी (राउत नाचा)
9. अध्घन माह
- प्रत्येक गुरुवार – लक्ष्मी पूजा
- पूर्णिमा – छेरछेरा
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11. माघ माह
- शुक्ल पंचमी – बसंत पंचमी
- रामनामी त्यौहार
12. फाल्गुन माह
- कृष्ण पक्ष त्रयोदशी शुक्ल पंचमी – महाशिवरात्रि
- पूर्णिमा – होलिका (फागगीत गाते हैं)